कुछ दिनों से सोच रहा हूँ
घर के दरवाजों को रात भर खुला ही रखूँ
देश में इतने चौकीदार जो हो गए है ।
चौकीदारी कहाँ की कर रहे हैं पता नहीं,
रास्तों पर दीखते भी है नहीं,
पर काफी बवाल हो रहा हैं,
तो कर रहे होंगे रखवाली कही
अपनी Facebook प्रोफाइल या Twitter हैंडल से।
इसलिए तो देश सुरक्षित है मेरा आजकल।
न कोई चोरी होगी
न कोई स्कैम
माल्या और नीरव को भी चौकीदार पकड़ लाएंगे ।
नीरव मतलब…. नीरव….. मोदी
वो क्या है ना
आजकल मोदी का नाम ऐसे ही लो तो बुरा मान जाते हैं
मोदी नहीं,
बाकी के चौकीदार।
क्या पता इसे जुर्म बताकर मुझे ही न पकड़ ले ये लोग ।
खैर,
देश सुरक्षित है मेरा आजकल
न कोई दंगे होंगे
न कोई मारकाट
इतने चौकीदार जो हैं यहाँ।
और चौकीदार बनना भी आसान है
पूरी सुविधा की है प्रशासन ने इसकी
खुद मोदी जी ने सबसे पहले रास्ता दिखाया है।
कोई टेस्ट नहीं है,
बस नाम के आगे टाइटल ही तो लगाना है।
कही नाम बदलने की अर्जी भी नहीं देनी है,
सिर्फ इंटरनेट कनेक्शन चाहिए,
और चौकीदार बनने की नियत।
सिर्फ नियत,
इससे ज्यादा कुछ किया तो disqualify हो जाओगे।
मेरे कुछ दोस्त जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर है
वो भी चौकीदार बन गए है।
उनकी लॉजिकल थिंकिंग पर वैसे ही सवाल था,
चौकीदार बनके उन्होंने सही रोजगार चुन लिया है।
ऑफिस में बैठे वो देशभक्ति के पोस्ट शेयर करते हैं।
चलो अच्छा है,
इस से देश भी सुरक्षित रहेगा
और उनके कंपनी का सॉफ्टवेयर भी।
और सोचो
चौकीदार बनके देश में बेरोजगारी भी तो कम हो रही है,
जनहित के लिए इतना तो कर रहे हैं लोग।
बस और क्या?
बन जाओ चौकीदार
और घर बैठे
देश की सेवा करो।